Thursday, June 5, 2008

वो पल

वो पल न भूलेंगे,
वो यादें न जाएंगी,
अब दिन न बीतेगा,
यूं रातें ना जाएँगी।
हम पलकों के झरोखे से बस,
देखते ही रह जायेंगे,
तुम चुपके कदम चले जाओगे,
ये नयन गीले रह जायेंगे।
यूं आस का दामन थामे बैठा,
पर दर्श न आँखें पाएँगी,
किसी दुश्मन झोके से,
सारे हसरत उड़ जायेंगे।